जीवन में हीनता नही होनी चाहिए। जीवन में अहंकार भी नही होना चाहिए लेकिन व्यक्ति को अपनी अस्मिता को भी जिंदा रखना चाहिए ।
उक्त कथन कालका जिनिंग भागवत कथा में तायल परिवार द्वारा आयोजित भागवत कथा के षष्ठम दिवस की कथा गाते हुए पुज्य महाराज मदनमोहन ने भक्तिमयी कथा का गान करते हुए भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया , पुज्य श्री ने बताया कि दीनता के सिंघासन पे भक्ति महारानी विराजती है जीवन में हीनता नही होनी चाहिए। जीवन में अहंकार नही होना चाहिए लेकिन व्यक्ति को अपनी अस्मिता को भी जिंदा रखना चाहिए ।बार बार वर मागहु हरषि देहु श्री रंग पद सरोज अनुपायनी भक्ति सदा सत्संग हमे अपने जीवन में नित्य सत्संग करना चाहिए सत्संग से विवेक की प्राप्ति होती ।इसलिए विवेक के साथ जीवन की यात्रा करे तो जीवन की राह सुलभ होगी बिन विवेक के की गई यात्रा भटकाव है।।कथा में सेंधवा ही नही अपितु महाराष्ट्र मुम्बई इंदौर तथा कई जगहों से लोग पहुच रहे है ,विशेष तौर पर राजेन्द्र भारूका जालना, पवन अग्रवाल मुम्बई,डॉ संजय अग्रवाल धुलिया,महेंद्र बाकडा इंदौर,सत्यनारायण गोयल इंदौर,शिवशंकर अग्रवाल महू,लोकेश भारूका, अनुज गुप्ता,आकाश गुप्ता ,सन्दीप जी धनावंत,नितेश अग्रवाल जालना,राधेश्याम गिन्दोडिया, राजगोपाल अग्रवाल परभणी से पधारे
कथा सुनाते हुए पंडित श्री ने कहा भगवान ने स्वयं वर्णन किया है कि न ही मैं वैकुंठ में रहता हूं,न ही मैं केवल योगियों के पास रहता हूं मेरे भक्त जहाँ प्रेम से मेरा गुणगान करते मैं हमेशा वही हमेशा उपस्तिथ रहता हूं ।
बहुत धूम धाम भगवान द्वारिकाधीश ओर रुक्मणि जी का विवाहोत्सव मनाया गया सभी माताओं को बधाई बांटी गयी । सभी ने प्रसादी प्राप्त की, सोमवार कथा का सांतवा व विश्राम दिवस है जिसमे कथा का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक रहेगा, महाराज श्री जी की बिदाई होगी 2 अगस्त से 10 अगस्त जोधपुर राजस्थान में महाराज श्री के श्री मुख से रामकथा गंगा प्रवाहित होगी जिसके शिखर मनोरथी हनुमान दास मुंदरा ,अनिल जी होंगे।