*चंद्र ग्रहण एवं सूर्य ग्रहण भ्रांति निवारण*🌜🌒🌞🌓🌞
दिनांक 26 मई 2021 *वैशाख शुक्ल पक्ष पूर्णिमा* उपछाया चंद्र ग्रहण 🌘जिसका कोई भी धार्मिक महत्व नहीं होगा। नाही सूतक काल मान्य होगा । केवल उन्हीं ग्रहण का धार्मिक महत्व होता है जिन्हें खुली आंखों से देख👀सकें।उपछाया चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा के रंग एवं आकार में कोई अंतर नहीं आता है ,इसलिए इसका कोई महत्व नहीं होता है। यह ग्रहण भारतीय समय अनुसार *दोपहर 2:18 पर शुरू होगा एवं शाम को 6:20 तक रहेगा* इस समय अवधि में भारत में दिन होगा एवं चंद्रमा प्रकट नहीं होंगे। इसलिए इस ग्रहण का कोई धार्मिक महत्व नहीं होगा।
*कहां दिखाई देगा पूर्ण चंद्र ग्रहण*।
दक्षिण पूर्व एशिया ऑस्ट्रेलिया ओशिनिया अलास्का कनाडा दक्षिण अमेरिका में पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखाई देगा भारत में सुदूर पूर्वोत्तर भाग में आंशिक रूप से चंद्रग्रहण दृश्य होगा किंतु इसका धार्मिक महत्व नहीं होगा।
*दिनांक 10 जून 2021 जेष्ठ कृष्ण पक्ष अमावस्या गुरुवार* सूर्य ग्रहण यह ग्रहण भारत में कहीं भी दृश्य नहीं होगा एवं इसकी कोई धार्मिक मान्यता नहीं होगी। इसमें किसी भी प्रकार का यम नियम एवं सूतक आदि मान्य नहीं होगा। यह ग्रहण विदेशों में दृश्य होगा उत्तरी अमेरिका,उत्तरी एशिया ,यूरोप ,कनाडा का उत्तर पूर्वी भाग चीन के पश्चिम भाग में यह यह ग्रहण दृश्य होगा। *दिनांक 10 जून 2021 जेष्ठ कृष्ण पक्ष अमावस्या* को *शनि जयंती* भी है भगवान शनि को प्रसन्न करने के लिए दान एवं पूजन विधान हम अगले पत्रक में प्रेषित करेंगे।
*2 गज दूरी मास्क है जरूरी*😷।दवाई भी कडाई भी🏡
*घर में रहें सुरक्षित रहें* 📌वैक्सीन स्वयं भी लगवाए एवं दूसरों को भी लगाने के लिए प्रेरित करें ।
*पंडित कपिल शर्मा*
*(काशी)*