जयस ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस उठाया सवाल

मध्य प्रदेश में पंचायत एवम ग्रामीण विकास विभाग, के द्वारा 20 जिले एवं 89 ब्लाक में पैसा कानून जिला समन्वयक और ब्लाक समन्वयक की भर्ती की गई हे,उसमे सरकार ने पहले भर्ती का विज्ञापन सेडमैप के द्वारा जारी किया था। जिसमे 17 हजार से अधिक अभ्यार्थियों ने एमपी ऑनलाइन के माध्यम से आवेदन किया था, जिसमे से मेरिट के आधार पर 890 अभ्यार्थियों की सूची साक्षात्कार के लिए बनाई गई , बाद में वक्त कम होने का बहाना बना कर प्रक्रिया निरस्त कर दी गई और, कथित तौर पर एमपीकॉन आउटसोर्स एजेंसी से भाजपा और उससे जुड़े संघठन के कार्यकर्ताओ को नोकरी पर रख लिया गया, जिनका तीन दिवसीय प्रशिक्षण भी हुआ, जिसे जयस जिला अध्यक्ष मोंटू सोलंकी ने पैसा कानून एवम संविधान के खिलाफ बताया साथ ही कही न कहीं आदिवासी यूवाओ और आदिवासी समाज के साथ धोका हुआ, जिसका आदिवासी समाज एवम आदिवासी जन संगठन पुर जोर से विरोध करते हे एवं जिला अध्यक्ष ने सरकार को चेतावनी दी की मध्य प्रदेश सरकार पैसा जिला एवम ब्लाक समन्वयको की फर्जी तरीके से भर्ती को तत्काल प्रभाव से निरस्त करे एवम नए सिरे से मेरिट के आधार पर जो 890 अभ्यार्थियों की जो सूची बनी थी उनमें में जो अभ्यार्थी वास्तविक रूप से काबिलियत रखता हो ऐसे यूवाओ की भर्ती करे, अन्यथा पुरे मध्यप्रदेश में आदिवासी जंनसंघठनो द्वारा चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जायेगा जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।।इस दौरान राजू पटेल जयस प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष , शांताराम खरते आदिवासी जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुनील राहुल जितेंद्र भायलाल विवेक देवा किशन कानसिंह अमरदीप कलम अवाया मुकेश राजेश एवं अन्य साथी उपस्थित रहे।।