महाशिवरात्रि 1 मार्च 2022 पूजन समय एवं विधान: ज्योतिषाचार्य पं कपिल शर्मा (काशी) से जानें सबसे सटीक जानकारी
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की सायंकाल से लेकर प्रातः काल तक की चार प्रहर की पूजा का विशेष महत्व है। भारतीय तंत्र साहित्य एवं तंत्र शास्त्र में 4 रात्रियों का विशेष महत्व बताया है। सनातन संस्कृति के पुराणों में भी इन चारों रात्रियो का विशेष महत्व बताया गया है। इन 4 यात्रियों में शिवरात्रि का अपना ही एक विशिष्ट स्थान है।
ज्योतिषाचार्य पं कपिल शर्मा (काशी)
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शिवरात्रि की रात में भगवान शंकर का विशेष पूजन एवं अभिषेक किया जाता है ।विद्वान ब्राह्मणों द्वारा अलग-अलग कामनाओं की पूर्ति के लिए ,अलग-अलग सामग्रियों से पूजन एवं अभिषेक किया जाता है। शिवरात्रि पर सायंकाल से लेकर अगले दिन सूर्योदय तक अपने गुरु मंत्र का ,अपने इष्ट मंत्र का जाप करना चाहिए एवं नमः शिवाय इस मंत्र के द्वारा भी अभिषेक, पूजन बिल्वपत्र एवं पुष्पो द्वारा अर्चन किया जा सकता है।
अपने क्षेत्र के विद्वान ब्राह्मणों द्वारा अपने घर या मंदिर में रुद्राभिषेक, शिव महिम्न स्तोत्र ,शिव पंचाक्षर स्तोत्र ,रुद्राष्टक द्वारा पूजन अभिषेक करवाना चाहिए ।🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️
प्रातः काल विद्वान ब्राह्मणों को वस्त्र, दक्षिणा देकर भोजन करवाकर संतुष्ट करना चाहिए ।ज्यादा ना हो सके तो कम से कम सुंदरकांड ,हनुमान चालीसा ,राम रक्षा स्तोत्र एवं नमः शिवाय मंत्र का जाप एवं पाठ करना चाहिए ।शिवरात्रि के अगले दिन गोशाला में गायों को हरा चारा खिलाना चाहिए।
शिवरात्रि का व्रत पूरे विधि विधान से करना चाहिए ।वैदिक ब्राह्मण द्वारा ही पूजन एवं पाठ करवाना चाहिए ।पूरी रात्रि जागरण करना चाहिए किसी भी तरह के अंधविश्वास में फस कर टोने-टोटके के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए ।सात्विक एवं सतोगुणी मार्ग से ही भगवान की पूजा करनी चाहिए। तंत्र साधना में दीक्षित साधक अपने गुरु परंपरा अनुसार साधना करें।
ज्योतिषाचार्य पं कपिल शर्मा (काशी)
🕉️महाशिवरात्रि पूजन मुहूर्त🕉️
🔔प्रहर पूजा समय🔔
प्रथम प्रहर- सायं 6:40 से
द्वितीय प्रहर -रात्रि 9:42 से
तृतीय प्रहर- रात्रि 12:45 से
चतुर्थ प्रहर पूजन- रात्रि 3:50 से
तंत्र साधकों के लिए निशीथ काल रात्रि 12:24 से 1:17 तक माताएं, बहने अपने संपूर्ण परिवार की खुशहाली के लिए *नमः शिवाय मंत्र से 1000 काली तिल शिवलिंग पर शिवरात्रि की रात में चढ़ाकर भगवान शिव की विशेष कृपा एवं आशीर्वाद ग्रहण कर सकते हैं। शिवपुराण में वर्णित है काले तिल भगवान शिव जी पर चढ़ाने से सभी तरह के पापों का नाश होता है। महादेव आप सभी का कल्याण करें।
ज्योतिषाचार्य पं कपिल शर्मा (काशी)