मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के तहत प्रायवेट चिकित्सा संस्थान भी करवायेंगे अपना रजिस्ट्रेशन
बड़वानी 07 मई 2021/मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना का लाभ जिले के आयुष्मान योजना कार्डधारी परिवार के प्रत्येक सदस्य को मिले। इसके लिए जिले के सभी प्रायवेट चिकित्सा संस्थान अपना पंजीयन जल्दी से जल्दी करवायेंगे। इसके लिए प्रायवेट चिकित्सा संस्थान अपना सहमति पत्र जिला प्रशासन को देंगे। जिसके आधार पर अगले 48 घंटे में उन्हे इसकी अनुमति मिल जायेगी। और वे अपने संस्थान में उपलब्ध कुल बेड संख्या का कम से कम 20 प्रतिशत बेड आयुष्मान कार्डधारी को उपलब्ध करायेंगे।
अपर कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जांगिड़ ने शुक्रवार को कलेक्टरेट सभागृह बड़वानी में प्रायवेट चिकित्सा संस्थानों के पदाधिकारियों की बैठक में उक्त जानकारी दी। इस दौरान उन्होने बताया कि राज्य शासन ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को निःशुल्क कोविड उपचार उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना लागू की गई है।
उन्होंने बताया कि आयुष्मान पैकेज की दरों में 40 प्रतिशत की वृद्धि कर उनको वर्तमान में उपचार के लिये प्रायवेट अस्पतालों की दरों के समकक्ष लाया गया है। इसमें विशेष जाँचों जैसे सीटी स्केन, एमआरआई आदि की अधिकतम सीमा जो पूर्व में 5 हजार रूपये प्रति परिवार प्रतिवर्ष थी, इसे संशोधित कर वर्ष 2021-22 में कोविड-19 के उपचार हेतु भर्ती कार्डधारियों के लिए 5 हजार रुपये प्रति कार्डधारी कर दिया गया है।
वर्तमान में प्रदेश सरकार ने जिला स्वास्थ्य समिति को जिला स्तर पर कोविड-19 के इलाज के लिए सार्थक पोर्टल पर पंजीकृत निजी अस्पताल को आयुष्मान भारत योजना में तीन माह के लिए अस्थायी सबद्धता प्रदान करने के लिए अधिकृत किया है।
मेडिसिन विशेषज्ञता रखने वाले अस्पतालों को तीन माह की अस्थाई संबद्धता
श्री जांगिड़ ने बताया कि जिले के समस्त ऐसे निजी अस्पताल जो मेडिसिन विशेषज्ञता रखते हुए कोविड उपचार कर रहे हैं और सार्थक पोर्टल पर पंजीबद्ध हैं। उनकी आयुष्मान योजना के अन्तर्गत तीन माह के लिए अस्थायी संबद्धता शीघ्र दी जायेगी। ताकि उन सभी अस्पताल में आयुष्मान योजना के नवीन पैकेज के अन्तर्गत आयुष्मान कार्डधारियों का निःशुल्क कोविड उपचार की सुविधा मिल सके।
कार्ड नहीं बना, फिर भी हो सकेगा उपचार
बैठक के दौरान श्री जांगिड़ ने बताया कि यदि आयुष्मान कार्डधारक के परिवार का कोई सदस्य जिसका आयुष्मान कार्ड नहीं बना है और वह कोविड पॉजीटिव होकर उपचार के लिये अस्पताल में पहुँचता है तो वह तीन तरह से अस्पताल में प्रवेश पा सकेगाः-
ऽ परिवार के किसी सदस्य का आयुष्मान कार्ड एवं खाद्यान्न की पर्ची, जिसके माध्यम से यह पता चले कि वह आयुष्मान कार्डधारक के परिवार का सदस्य है।
ऽ आयुष्मान कार्डधारी परिवार के एक सदस्य का आयुष्मान कार्ड एवं उसके साथ समग्र आई.डी का प्रस्तुतीकरण, जिसके माध्यम से यह पता चलता हो कि वह आयुष्मान कार्डधारक परिवार का सदस्य है।
ऽ परिवार के एक सदस्य का आयुष्मान कार्ड एवं साथ में किसी भी शासकीय विभाग के राजपत्रित अधिकारी का इस बावत प्रमाणीकरण कि वह आयुष्मान कार्डधारक के परिवार का सदस्य है। शासकीय अधिकारी इस हेतु समग्र पोर्टल के माध्यम से सत्यापित कर सकते हैं कि वह आयुष्मान कार्डधारी के समग्र आई.डी. परिवार का सदस्य है।
शासकीय चिकित्सालयों में होगी कार्ड बनाने की स्थाई व्यवस्था
श्री जांगिड़ ने बताया कि कोविड उपचार के लिये प्रायवेट संस्थानों में भर्ती होने के पश्चात तीन दिवस के भीतर मरीज के परिवारजन को मरीज का आयुष्मान कार्ड बनवाकर अस्पताल में प्रस्तुत करना होगा। उसे यह कार्ड बनाने के लिए शासकीय चिकित्सालयों में आयुष्मान कार्ड बनाने की स्थायी व्यवस्था की गई है।
कार्डधारियों के एडमिशन एवं उपचार के लिये नोडल अधिकारी
बैठक के दौरान श्री जांगिड़ ने बताया कि जिले के प्रायवेट चिकित्सा संस्थानों में आयुष्मान कार्डधारियों का एडमिशन एवं उपचार बिना किसी बाधा के सुगमतापूर्वक हो सके इसके लिये जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त किये जायेंगे।