रेमडेसिविर के बारे में कुछ महत्वपूर्ण वैज्ञानिक तथ्य

बड़वानी

बड़वानी में और अन्यत्र मैं प्रायः देख रहा हूँ कि सभी लोग, एवं सम्मानित जनप्रतिनिधियों से रेमदेसिविर उपलब्ध कराने बाबत अत्यधिक मांग की जा रही है। इस परिपेक्ष्य में विश्वभर के पलमोनोलॉजिस्ट (श्वास रोग विशेषज्ञ) तथा उपलब्ध वैज्ञानिक डेटा के आधार पर कुछ तथ्यों पर आप सभी का ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूँ:

1. उपलब्ध रिसर्च अनुसार रेमदेसिविर से क्रिटिकल केस में जान नहीं बचाई जा सकती है, केवल अस्पताल में भर्ती होने की अवधि कम करके जल्दी डिस्चार्ज मिल सकता है। अर्थात मरीज़ 4-5 दिन पहले अस्पताल से डिस्चार्ज हो जाएगा, अन्यथा की तुलना में। पर यह भी इसलिए महत्वपूर्ण है ताकि जल्दी डिस्चार्ज होने से अन्य पेशंट्स के लिए हमारे पास बेड की उपलब्धता निरंतर बनी रहे।

2. *रेमदेसिविर संक्रमण के पहले 9 दिनों में ही काम करता है।* यह एक anti-viral है, जो कोविड वायरस के replication (वृद्धि) को रोकने में सहायक है, किन्तु कोविड वायरस का replication phase केवल 9 दिनों का ही होता है। अर्थात *यदि हम 9 दिनों के बाद रेमदेसिविर दे रहे हैं, तो यह सर्वथा व्यर्थ है। इससे मरीज़ को लाभ मिलने की संभावना ज़ीरो है।*

3. उपर्युक्त 9 दिवस की गणना उस दिन से प्रारंभ होगी, जिस दिन कोविड टेस्ट हुआ हो, या जिस दिन पहली बार कोविड के लक्षण उद्भूत हुए हो, दोनों में से जो भी पूर्वतर हो। इसके बाद 10वे दिन रेमदेसिविर देना निरर्थक है। इस 9 दिन में जितने भी डोज़ लग जाएं, वही कारगर है। यानी अगर किसी को 8वे दिन पहली बार लगता है, तो 8वे दिन 2 तथा 9वे दिन 1 इस प्रकार कुल 3 डोज़ ही लगने चाहिए। अन्य शब्दों में, 10वे दिन से कोई भी डोज़ न दिया जाए, भले ही वो पहला डोज़ हो, तीसरा हो, चौथा हो…. क्योंकि यह सिर्फ ड्रग का वेस्टेज होगा।

4. संक्रमण के दूसरे सप्ताह में स्टेरॉइड्स बहुत अधिक उपयोगी है। *स्टेरॉइड्स जैसे कि मिथाइल प्रेडनीसोलोन एवं डेक्सा मिथोज़ोन जान बचाते है मरीज़ की, रेमदेसिविर नहीं।* परन्तु स्टेरॉइड्स का उपयोग पहले सप्ताह में कदापि नहीं करना होता है, अन्यथा वाइरस की ग्रोथ ज़्यादा हो सकती है। अर्थात स्टेरॉइड्स पहले सप्ताह में नुकसान कर सकते है, लेकिन उसके बाद जीवनदायी है! *अतः डॉक्टर्स की सलाह उपरान्त मिथाइल प्रेडनीसोलोन अथवा डेक्सा मिथोज़ोन सबसे ज़्यादा असरकारक दवाई है, कोविड के क्रिटिकल पेशंट्स में!*

कृपया सविनय अनुरोध है कि उपर्युक्त बिंदुओं का संज्ञान लेने के उपरांत ही रेमदेसिविर के लिए मांग करें, ताकि जिन्हें आवश्यकता है, और जिन्हें लाभ मिल सकता है, उन्हें ही उपलब्ध हो। ड्रग का वेस्टेज न हो। क्योंकि सप्लाई बहुत कम उपलब्ध है। 🙏🏼

सादर,
लोकेश कुमार जांगिड़, भा.प्र.से.
अपर कलेक्टर, बड़वानी