….हेमंत गर्ग……
सेंधवा माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना का नाम स्व रामचंद्र विट्ठल बड़े के नाम से जानी जावेगी । सेंधवा में बनेगा वाटर पार्क सीएम ने की 15 करोड़ की घोषणा । सांसद ने कपास से मंडी शुल्क कम करने की मांग रखी । तो अनुसूचित जनजाति आयोग राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सेंधवा को जिला बनाने की मांग मंच से की ।
भाजपा प्रवक्ता सुनील अग्रवाल ने बताया कि सेंधवा व निवाली माइक्रो उद्वहन सिंचाई के भूमि पूजन कार्यक्रम में पधारे प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दोनों परियोजना के साथ करीबन 2600 करोड़ के निर्माण कार्य का लोकार्पण व भूमि पूजन किया । मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि सुना है पर देखा नहीं कि कोई पारस पत्थर आता है जो लोहे को छूने से सोना बन जाता है । किंतु किसान की भूमि को पानी मिल जाता है तो वह सोना उगलने लगती है । 70 साल से कांग्रेस ने राज किया किंतु उन्होंने सिंचाई पर ध्यान नहीं दिया । नर्मदा का पानी नीचे है ओर निमाड़ के खेत ऊपर हैं तो उन्होंने कह दिया कि पानी से सिंचाई हो ही नहीं सकती । अरे भाई लोग मोटर पंप से पानी खेतों तक जा सकता है जो हमने कर दिखाया है इस दौरान उन्होंने सेंधवा माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना का नाम स्व रामचंद्र विट्ठल बड़े माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना के नाम पर रखने की घोषणा की साथ ही सेंधवा नगर सौंदर्य करण हेतु वाटर पार्क मय रिसॉर्ट के लिए 15 करोड़ की राशि को स्वीकृति प्रदान की । इस दौरान अनुसूचित जनजाति आयोग राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य ने कहा कि सेंधवा व पानसेमल विधानसभा के लोग चाहते है कि सेंधवा को जिला बनाया जावे । ताकि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र का उत्थान हो सके । विधानसभा क्षेत्र में सड़क निर्माण, धनोरा में विद्युत विभाग के वितरण केंद्र खोलने, व बालवाड़ी को ग्राम पंचायत से नगर परिषद बनाने की मांग की है । वहीं लोकसभा सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने कपास व्यापारियों को मंडी शुल्क में राहत देने की बात रखी । सांसद सुमेरसिंह सोलंकी ने नर्मदा परियोजना की स्वीकृति पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया । पानसेमल विधायक ने क्षेत्र की समस्या को रखते हुए निवाली में विद्युत वितरण केंद्र खोलने की मांग की । जिसकी घोषणा मंच से मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कर दी । नपा अध्यक्ष बसंती बाई यादव ने भी सेंधवा को जिला बनाने की मांग की साथ ही नगर को धूल मुक्त करने हेतु 25 करोड़ की मांग रखते हुए शहर में रिक्त पड़ी जमीन जिसमे नजूल, राजस्व व अन्य विभाग की भूमि को नपा को सौंपने की मांग की ताकि उक्त भूमि पर विकास कार्य किया जा सके। साथ ही नगर के सौंदर्य करण व मनोरंजन हेतु 15 करोड़ की लागत से वाटर पार्क मय रिसॉर्ट के बनाने हेतु राशि की मांग की गई थी जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकृति प्रदान कर मंच से घोषणा की । कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कन्या पूजन कर दीप प्रज्वलित किया । इसके पूर्व उन्होंने करीबन 2600 करोड़ के कार्य का भूमि पूजन व लोकार्पण किया । अनुसूचित जनजाति आयोग राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य व विकास आर्य, कविता आर्य ने साफ बांधकर कर तीर कमान भेट किए । कार्यक्रम में करीबन 20 से 25 हजार लोगों ने शिरकत की ।