इंदौर मनमाड रेल परियोजना को मिली मंजूरी

इंदौर मनमाड रेल लाइन परियोजना को केंद्र सरकार ने मंजूरी दी है । 309 किलोमीटर लंबाई में रेल लाइन बिछाई जावेगी । 18 हजार करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति मोदी सरकार की केबिनेट ने दी मंजूरी । आठ वर्ष में योजना पूरी होगी । उक्त जानकर भाजपा प्रवक्ता सुनील अग्रवाल ने दी ।
अग्रवाल ने बताया की मोदी सरकार की केबिनेट की मीटिंग में इंदौर मनमाड रेल परियोजना को स्वीकृति दी गई । इस परियोजना की स्वीकृति में सभी जनप्रतिनिधियों का सहयोग प्रदान किया गया था । निमाड़ में रेल की मांग 1960 से उठती आई है । इसके लिए लोक सभा चुनाव में इंदौर मनमाड रेल का मुद्दा हमेशा बना रहा । केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद रेल लाइन के लिए क्षेत्र के दोनो सांसद सुमरसिंग सोलंकी, सांसद गजेंद्र सिंह पटेल, इंदौर सांसद शंकरलाल लावणी, धार सांसद व केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर ने संसद में कई बार रेल लाइन का मुद्दा उठाया । अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य जब मप्र शासन में मंत्री थे उन्होंने तत्कालीन सांसद सुमित्रा महाजन के साथ रेल लाइन का मुद्दा उठाया गया था । वे अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, को 8/7/24 को पत्र के माध्यम से रेल लाइन स्वीकृत कर आदिवासियों को सपना पूरा करने की मांग की गई थी । आज मोदी सरकार ने इंदौर मनमाड प्ररियोजना को स्वीकृति देने से क्षेत्र में हर्ष का वातावरण निर्मित होकर भाजपा कार्यकर्ताओ ने नपा जनसंपर्क कार्यालय पर फटाके फोड़ कर मिटाई खिलाकर मुंह मीठा कर जश्न बनाया गया ।
एक नजर योजना पर
इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन परियोजना को केंद्र सरकार ने मंजूरी दी है। 309 किलोमीटर लंबाई में रेल लाइन बिछाई जाएगी। इस परियोजना से इंदौर से मुंबई के बीच की दूरी कम हो जाएगी। अभी इंदौर से गुजरात होकर ट्रेन मुबंई जाती है। इस परियोजना से निमाड़ क्षेत्र को भी लाभ होगा। इस परियोजना पर सरकार 18 हजार करोड रुपये खर्च करेेगी। इस परियोजना के महाराष्ट्र वाले हिस्से का काम शुरू हो चुका है, लेकिन अब मध्य प्रदेश के हिस्से में भी काम होगा। पिछले साल इस परियोजना के लिए रेल मंत्रालय ने सर्वे भी कराया था।अभी इंदौर से गुजरात होकर ट्रेन मुबंई जाती है। इस परियोजना से निमाड़ क्षेत्र को भी लाभ होगा। इस परियोजना पर सरकार 18 हजार करोड रुपये खर्च करेेगी। इस परियोजना के महाराष्ट्र वाले हिस्से का काम शुरू हो चुका है।डीपीआर हो चुकी है तैयार
इस प्रोजेक्ट की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट साल भर पहले ही तैयार हो गई थी। मनमाड़ से धुले के बीच 60 किलोमीटर लंबाई में काम शुरू हो चुका है। इस ट्रेक पर 300 से ज्यादा छोटे-बड़े ब्रिज, 25 से ज्यादा स्टेशन बनेंगे। इसके अलावा घाट सेक्शन में सुरंगें भी बनेगी।
*छह जिलों को फायदा*
इंदौर मनमाड़ रेल प्रोजेक्ट से इंदौर, धार, बड़वानी, खरगोन जिले को फायदा होगा। इसके अलावा महाराष्ट्र के धुले और नासिक जिले को भी फायदा होगा। राष्ट्रीय परियोजना समूह द्वारा प्रधानमंत्री गति शक्ति राष्ट्रीय परियोजना के अन्तर्गत 66वी मीटिंग में पारित योजना को नीति आयोग की मंज़ूरी के बाद आज सरकार की कैबिनेट मीटिंग में स्वीकृति प्रदान की गई
उक्त परियोजना में 18,036 करोड़ रुपये ख़र्चा होंगे । छह ज़िलों व 309 किलोमीटर को जोड़ने वाली इस परियोजना में 30 रेलवे स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा । १०२ लाख मेन डेज का रोज़गार भी उत्पन्न होगा
१००० से ज़्यादा गाँव और ३० लाख से ज़्यादा आबादी का फ़ायदा ही नहीं बल्कि मुंबई, पुणे सहित दक्षिण भारत जाने के लिए भी भारतीय रेलवे को नया व छोटा रास्ता मिलेगा
जश्न बनाने पर अरुण चौधरी, प्रवक्ता सुनील अग्रवाल, मोहन जोशी, राहुल पवार, छोटू चौधरी, गणेश राठौड़, लला शर्मा, विजय स्वामी, बंटू आर्य, श्याम पाटिल, मयूर गर्ग, बबलू चौधरी विवेक तिवारी मौजूद थे ।