प्रस्तावित खंडवा-अलीराजपुर रेल लाइन के अंतिम स्थान सर्वेक्षण को मंजूरी दे दी

….हेमंत गर्ग प्रधान संपादक……

इस बजट में रेलवे ने निमाड़ को बड़ी सौगात देते हुए प्रस्तावित खंडवा-अलीराजपुर रेल लाइन के अंतिम स्थान सर्वेक्षण को मंजूरी दे दी।

खरगोन बड़वानी लोकसभा सांसद गजेंद्र पटेल के अथक परिश्रम से मिली मंजूरी बड़वानी अलीराजपुर रेल लाइन के अंतिम स्थान सर्वेक्षण को मंजूरीः बजट में सवा 6 करोड़ मिले, 250 किलोमीटर में सीधे गुजरात से जुड़ेगा निमाड़

खरगोन-बड़वानी-अलीराजपुर रेल लाइन से, निमाड़ अंचल के विकास की रेल दौड़ेगी – सांसद गजेंद्र पटेल

सपथ लेने के 9 दिन बाद ही सांसद गजेंद्र पटेल ने लोकसभा में रेलवे लाईन का मुद्दा उठाया था।

बड़वानी – रेल मंत्रालय द्वारा 2024-25 के रेल बजट का ब्यौरा बुधवार को जारी किया गया। इसमें रेल मंत्रालय ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में रेल लाइनों के बिछाने के लिए नये सर्वेक्षण की लिस्ट भी जारी की है। इस लिस्ट के क्रमांक 102 पर अलीराजपुर से बड़वानी, जुलवानियां, खरगोन से खंडवा तक नया ब्रॉडगेज रेलमार्ग के लिए सर्वे की स्वीकृति दी गई हैं।

वित्तीय वर्ष के लिए विभिन्न मदों का आय-व्यय विवरण प्रकाशित किया। इसी में रेलवे द्वारा विभिन्न क्षेत्रों से मांग की जा रही नई रेल लाइनों के लिए सर्वे करवाने की भी लिस्ट जारी की गई है। पूर्व और पश्चिम निमाड़ क्षेत्र के अलीराजपुर से बड़वानी, जुलावनिया, खरगोन, खंडवा तक नया ब्रॉडगेज रेलमार्ग बिछाने के लिए सर्वे करवाने का उल्लेख किया गया हैं। 250 किमी रेलमार्ग के सर्वे के लिए सवा 6 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की है।
केंद्र सरकार ने आम बजट में शामिल रेल बजट का विस्तृत विवरण बुधवार को जारी किया गया है। इस बजट में रेलवे ने निमाड़ को बड़ी सौगात देते हुए प्रस्तावित खंडवा-अलीराजपुर रेल लाइन के सर्वे को मंजूरी दे दी है। इसके लिए बजट में सवा 6 करोड़ रूपए की राशि भी स्वीकृत की गई हैं। अब निमाड़ सीधे गुजरात से जुड़ जाएगा। बता दें कि, मौजूदा हालात में खरगोन, बड़वानी जिले में रेलवे ट्रैक तक नहीं है।

लोकसभा सांसद गजेंद्र पटेल ने जानकारी देते हुए कहा खरगोन बड़वानी की मांग कब तक से की जा रही है। संघर्ष कितने वर्षों का है यह में आपको बताता हूं खरगोन बडवानी क्षेत्र में रेल की मांग सन् 1938-1939 में भारत के सेक्रेटरी द्वारा मांग स्वीकृत की गई थी लेकिन 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन के कारण यह योजना कार्यान्वित नहीं हो पाई। आजादी के बाद कांग्रेस ने जनजातीय क्षेत्र में रेलवे लाइन का स्वप्न दिखा कर कई चुनाव जीते। दिसम्बर 2010 में यू.पी.ए. सरकार द्वारा गलत रिपोर्ट पेश कर इस स्वप्न को छीन लिया गया। रेल का सपना सपना ही रह गया, कभी पटरी पर उतर ही नहीं पाया। लोकसभा 2019 में इसी स्वप्न के साथ खरगोन बडवानी की जनता ने मुझे अपना नेता चुना। और मेने मेरी जनता को निराश नहीं किया, शपथ लेने के 9 दिन बाद ही मेने लोकसभा में रेलवे लाइन का मुद्दा उठाया खरगोन-बड़वानी नवीन रेल परियोजना की स्वीकृति की मांग की और संसद को यह बताया कि आजादी के 75 वर्षों बाद भी मध्यप्रदेश के निमाड़ अंचल के आदिवासी बाहुल्य जिले खण्डवा, खरगोन, बड़वानी व धार रेल जैसी मूलभूत आवश्यकता से वंचित है। 06 दिसम्बर, 2021 को मेने माननीय प्रधानमंत्री, और रेल मंत्री को अवगत कराया मध्यप्रदेश के निमाड़ अंचल के आदिवासी बाहुल्य जिलों के विकास के लिये खण्डवा से धार व्हाया खरगोन-बड़वानी नवीन रेल लाईन बहुत जरुरी है। इस रेल परियोजना के मार्ग में मेघा टेक्सटाईल पार्क, अल्ट्राटेक सिमेंट प्लांट एवं प्रस्तावित नर्मदा एक्सप्रेस वे से क्षेत्र का औद्योगिक परिदृश्य भी बदलेगा। माल परिवहन की असीम संभावनाएं हो गई हैं। खरगोन बड़वानी से सीधे गुजरात से जुड़ने में स्टेच्यू ऑफ युनिटी, ओंकारेश्वर, ऊन, बावनगजा आदि पर्यटक स्थलों से होने से पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं बढ़ेगी। साथ ही सांसद पटेल ने बताया कि
बुधवार को रेल मंत्रालय द्वारा वर्ष 2024-25 हेतु जारी सर्वे सूची में (नई ब्रॉड गेज लाइन के अंतिम सर्वेक्षण स्थान FLS) में अलीराजपुर-बड़वानी-खरगोन को सम्मिलित करने के लिए में देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी जी एवं रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी का क्षेत्र की जनता की ओर से आभार व्यक्त करता हूं । इस रेल लाईन से क्षेत्र के विकास, कनेक्टिविटी और समृद्धि के नए रास्ते खुलेंगे।
और आगे भी हम प्रयासरत है की सर्वे अतिशीघ्र हो व रेल परियोजना स्वीकृत होकर रेल जल्द ही निमाड़ में दौड़े।