30 हल्के के 46 गांव के पटवारी हड़ताल पर तहसीलदार को बस्ते जमा कराए, अटकेंगे जनता से जुड़े काम

सतीश परिहार-30 हल्के के 46 गांव के पटवारी हड़ताल पर तहसीलदार को बस्ते जमा कराए, अटकेंगे जनता से जुड़े काम

अंजड सोमवार पटवारी संघ तहसील अध्यक्ष धर्मेंद्र सोलंकी ने तहसील कार्यालय में तहसीलदार को साथी पटवारियों के साथ पहुंच कर अभिलेख जमा करके पूर्ण आंदोलन की शुरुआत कर दी है।
तीन दिन के सामूहिक अवकाश और भोपाल में प्रदर्शन के बाद सोमवार से अंजड तहसील के सभी पटवारी हड़ताल पर चले गए हैं। दोपहर के समय सभी पटवारी तहसील अध्यक्ष की अगुवाई में तहसील कार्यालय पहुंचे और तहसीलदार बबली बर्डे को अपने बस्ते जमा करा दिए। हड़ताल से किसानों और जनता से जुड़े कई काम अटकेंगे। खासकर पटवारियों द्वारा किए जाने वाले नामांतरण और जाति प्रमाण पत्र जैसे 7 महत्वपूर्ण कार्य नहीं हो सकेंगे।
मध्यप्रदेश पटवारी संघ के आव्हान पर तहसील अध्यक्ष धर्मेंद्र सोलंकी ने बताया अंजड तहसील के सभी पटवारियों ने तहसील ऑफिस में अपने बस्ते जमा करवा दिये हैं। इसके बाद कलम बंद हड़ताल शुरू हो गई है। वहीं उन्होंने बताया कि करीब 25 साल से ग्रेड-पे और प्रमोशन की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक सरकार ने ध्यान तक नहीं दिया जा रहा है।

किसानों व जनता को ज्यादा असर पड़ेगा–
पटवारियों के हड़ताल पर जाने से काम प्रभावित न हो, इसकी वैकल्पिक व्यवस्था की है। राजस्व निरीक्षक यानी आरआई को पटवारियों का काम सौंपा गया है। बावजूद काम पर असर पड़ेगा, क्योंकि राजस्व निरीक्षकों के पास पहले से कई काम है।

यह काम प्रभावित—
नामांतरण, ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निर्वाचन के कार्य, फसल गिरदावरी, पीएम सीएम पेमेंट और पुलिस के साथ घटना स्थल पर पंचनामा बनाना ।
आपको बतादे कीं 23 से 25 अगस्त तक अवकाश पर रहे। मध्यप्रदेश के पटवारी चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं। पहले चरण में 21 अगस्त से सभी सरकारी ग्रुप से लेफ्ट हो गए थे और ऑनलाइन काम का बहिष्कार किया था। दूसरे चरण में 23 से 25 अगस्त तक 3 दिन तक सामूहिक अवकाश पर रहे। 26 अगस्त को भोपाल में तिरंगा यात्रा निकाली गई। इसके बाद सोमवार 28 अगस्त से वे अभिलेखों के बस्ते जमा करवाकर सामूहिक हड़ताल पर चले गए। इस दौरान
पटवारी कन्हैयालाल कनास्या, कपिल मेवाडा, सुनिल तरोले, राकेश लाखेना, रविकांत चौहान, मिनाक्षी वास्कले, लक्ष्मी मंडलोई, कृतिका श्रीवास्तव, प्रतिभा मालविया सहित अन्य मौजूद रहे।

फोटो– पटवारियों द्वारा अभिलेखों के बस्ते तहसीलदार को जमा करवाते हुए