वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आदि हुए पूर्ण

इंदौर-भारत की सनातन परंपरा में यज्ञोपवीत संस्कार का अपना एक अनूठा और विशिष्ट महत्व है बाल्यावस्था से लेकर नौजवान होने के पूर्व इस यज्ञोपवीत कर्म को करके यज्ञोपवीत धारण कर एक संस्कार पूर्ण किया जाता है वही ब्राह्मण समाज में इसका खासा महत्व है हर वर्ग के ब्राह्मण समाज के पुरुष अनिवार्य यज्ञोपवीत धारण करते हैं इसी तारतम्य में इंदौर के महापौर भाजपा के वरिष्ठ नेता पुष्यमित्र भार्गव के सुपुत्र संघमित्र भार्गव आदि का आज यज्ञोपवीत संस्कार संपन्न हुआ जिसमें पंडित कपिल शर्मा काशी महाराज ज्योतिष विशेष तौर पर उपस्थित रहे जिन्होंने बटुक ब्रह्मचारी संघमित्र को श्री गायत्री मंत्र उपदेश दिया
आयोजन विद्या धाम के वैदिक विद्वानों द्वारा मंत्रोच्चार किया गया, दीक्षा मंत्र देवी उपासक पंडित कपिल शर्मा (काशी) महाराज ने दिया, 13 वर्ष की आयु में हुवा संघमित्र का यज्ञोपवीत संस्कार, एक राजनेतिक परिवार में वैदिक संस्कार को संजो के रखना एक बड़ी मिसाल हे जो आज देखने को मिली
*पंडित श्री कपिल शर्मा ने बताया कि उनके परम मित्र इंदौर महापौर पुष्य मित्र भार्गव के सुपुत्र संघमित्र भार्गव (आदि) का यज्ञोपवीत संस्कार संपन्न हुवा।।*
*पूज्य गुरु देव श्री श्री १००८ श्रीशिव चैतन्य ब्रह्मचारी जी की कृपा से ,मां गायत्री के आशीर्वाद से ,बटुक ब्रह्मचारी संघमित्र को श्री गायत्री मंत्र उपदेश दिया।*