इंदौर (ग्रामीण) ज़ोन में अवैध हथियार निर्माण में संलिप्त गिरोह पर बड़ी कार्यवाही

*इंदौर (ग्रामीण) ज़ोन में अवैध हथियार निर्माण में संलिप्त गिरोह पर बड़ी कार्यवाही ।*
*जिला खरगोन एवं जिला बुरहानपुर पुलिस टीम ने कुल 26 अवैध पिस्टल आरोपियों से की बरामद ।*
*कुल चार आरोपियों को किया गया गिरफ्तार*
*डीजीपी महोदय पुलिस मुख्यालय भोपाल और इंदौर (ग्रामीण) ज़ोन आईजी के निर्देशन पर लगातार अवैध हथियारों में संलिप्त गिरोह पर “ऑपरेशन प्रहार” के तहत कार्यवाही की जा रही है ।*

प्रदेशभर में अवैध हथियार, उनके निर्माण और तस्करी में संलिप्त गिरोह पर प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से श्रीमान पुलिस महानिदेशक महोदय, पुलिस मुख्यालय, भोपाल द्वारा ‘ऑपरेशन प्रहार’ प्रारंभ किया गया था ।
ऑपरेशन के क्रम में पुलिस महानिरीक्षक इंदौर (ग्रामीण) ज़ोन श्री राकेश गुप्ता द्वारा जिलों के सभी पुलिस अधीक्षकों को अवैध हथियार निर्माण में संलिप्त और उसकी तस्करी में लगे हुए आरोपियों पर प्रभावी कार्यवाही करने हेतु आवश्यक निर्देश दिए थे। विगत दिनों संपन्न हुई अपराध समीक्षा मीटिंग में भी आईजी द्वारा इस बिंदु पर प्रमुखता से जोर दिया गया था ।

प्राप्त निर्देशों के अनुक्रम में जिला खरगोन और जिला बुरहानपुर की पुलिस टीम ने अवैध हथियारों में संलिप्त गिरोह पर प्रभावी कार्यवाही करते हुए कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, साथ ही उनके कब्जे से कुल 26 अवैध हथियार व पिस्टल बरामद की हैं ।
जिला खरगोन के थाना गोगावां क्षेत्रांतर्गत एसडीओपी भीकनगांव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तड़के सुबह 5:00 बजे गांव सिंगुन में दबिश दी और कार्यवाही करते हुए कुल 3 आरोपी *1. जयपाल पिता सोहन सिंह सिकलीगर निवासी सिंगुन 2. गोविंद पिता पप्पू सिंह सिकलीगर निवासी ग्राम पाचोरी बुरहानपुर हाल मुकाम ग्राम सिंगुन 3. गोपाल पिता शोभागसिंह सिकलीगर निवासी सतीपुरा, भगवानपुरा* को गिरफ्तार कर 12 पिस्टल और 02 देसी कट्टे कुल 14 अवैध हथियार बरामद किए ।
इसी तरह जिला बुरहानपुर के थाना खकनार क्षेत्र अंतर्गत पुलिस टीम द्वारा दबिश देते हुए अवैध हथियारों के निर्माण और तस्करी में संलिप्त आरोपी *शमशेर सिंह पिता धर्म सिंह सिकलीगर निवासी पाचोरी* को गिरफ्तार किया जिसके कब्जे से कुल 12 अवैध पिस्टल बरामद की गई ।
इंदौर ग्रामीण ज़ोन के अंतर्गत की गई इस कार्यवाही में कुल 26 अवैध पिस्टल और हथियार जप्त किए गए हैं।
उक्त दोनों कार्यवाहियों में थानों के बल के साथ-साथ साइबर टीम, डॉग स्क्वॉड और ड्रोन तकनीक का भी उपयोग किया गया।