सतीश परिहार की रिपोर्ट-
अंजड–अंचल में मानसून की लंबी खेंच के बाद शहर समेत अंचलभर में हो रही झमाझम बारिश ने खेतों में मुरझाती फसलों में जान फूंक दी है। वहीं खाली पड़े खेतों में पर्याप्त नमी आने से बोई हुई फसलों के लिए फिलहाल परिस्थिति अनुकूल बन गई है। इससे खरीफ फसलों पर मंडराते संकट से क्षेत्रीय किसान काफी हद तक उबर गए हैं। लंबे इंतजार के बाद अंचल में मानसून मेहरबान हुआ है। अंजड क्षेत्र के अधिकतर हिस्सों में लगातार दो दिन सोमवार और मंगलवार को भी रुक-रुककर बारिश का दौर चलता रहा।
बारिश से तापमान में गिरावट के साथ मौसम खुशगंवार होने से आमजन को उमसभरी गर्मी से राहत मिल गई है। वहीं इलाका तरबतर होने से किसानों के चेहरों पर छाए उदासी के बादल छंट गए हैं। बारिश ने खेतों में मुरझा रही फसलों मेंं जान डाल दी है। लहलहाई फसल को देख किसानों के चेहरे खिल गए हैं।वहीं किसानों ने अपने खेतों में खरपतवार और पौधों को किटों से बचाने दवाइयों का छिडकाव तो खाद देने का काम शुरू किया है। दो दिन की बारिश से खेतों में लगाई गई पौध बड़ी हो गई और हरियाली छा गई है।